बाल श्रम सम्बन्धित संवैधानिक एवं वैधानिक प्रावधानों का अलोचनात्मक विश्लेषण
DOI:
https://doi.org/10.7492/n6eb4355Abstract
बच्चे समाज के बगीचे में खिलते फूल के समान हैं, इसलिए यह समाज का दायित्व है कि वह अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए उन्हें न तोड़े बल्कि विभिन्न मौसमों अर्थात गर्मी, सर्दी, बारिश आदि सें इनकी रक्षा करें। चाइल्ड इज ए फादर आॅफ ए मैन अर्थात बच्चा कल का नागरिक है। सुपोषित, सुशिक्षित, समाजीकृत और सभ्य बच्चा राष्ट्र के विकास में एक मजबूत आधार हो सकता है। इसलिए उनकी देखभाल और रक्षा करना हमारा कर्तव्य है। कहीं भी बालक से उसका बचपन छीनना मानव सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है। भारतीय संविधान की प्रस्तावना, मूल अधिकारों, मूल कर्तव्यों, नीति निदेशक तत्व आदि भागों मे इनके कल्याण हेतु अनेकों उपबन्ध किये गये हैं।
Published
2012-2024
Issue
Section
Articles
How to Cite
बाल श्रम सम्बन्धित संवैधानिक एवं वैधानिक प्रावधानों का अलोचनात्मक विश्लेषण. (2024). Ajasraa ISSN 2278-3741 UGC CARE 1, 13(5), 227-239. https://doi.org/10.7492/n6eb4355