कमलेश्वर की कहानियां और भ्रष्ट शासन तंत्र
DOI:
https://doi.org/10.7492/twayp690Abstract
कमलेश्वर की कहानी कला अद्भुत है। आजादी के बाद राजनीति में हुए परिवर्तन का प्रभाव सहित्यकारों पर पड़ना स्वाभाविक था। समकालीन कहानीकारों में कमलेश्वर नें विसंगतियों पर खुलकर लिखा है। वे किसी राजनीतिकदल से प्रत्यक्ष रूप से जुडे न थे। परन्तु इनकी कहानियों में प्रत्येक ऑफिस, धार्मिक संस्था, न्यायालय, पुलिस, कल-कारखाने, शासन तंत्र आदि जगहों में व्याप्त भ्रष्यचार पर तीव्र कटाक्ष किया है।
कमलेश्वर ने 'लाश'कहानी में भ्रष्ट राजनीति का चित्रण किया है। 'बयान'कहानी में भ्रष्ट व्यवस्था एवं न्यायतंत्र के खोखलेपन का चित्रण है। 'अपने अजनबी देश में'कहानी में व्यक्तिगत स्वार्थ एवं भ्रष्ट लोकतांत्रिक व्यवस्था को उजागर किया गया है। 'कामरेड', 'जार्ज पंचम की नाँक'आदि कहानियो भी भ्रष्ट शासन तंत्र का यथार्थ परक चित्रण मिलता है।