ग्रामीण क्षेत्रों का आर्थिक विकास

Authors

  • विक्रम जीत मेहरा डाॅ. सुनील कुमार Author

DOI:

https://doi.org/10.7492/p993ge42

Abstract

    “विश्व आयोग के अनुसार विकास ऐसी संकल्पना है। जिसका तात्पर्य भविष्य की क्षमताओं के साथ कोई भी समझौता किये बगैर वर्तमान की आवश्यकताओं की पूर्ति करना है। ग्रामीण विकास शब्द ग्रामीणों का जीवन स्तर सुधारने के साथ ग्रामीण क्षेत्र में समग्र विकास को प्रदर्शित करता है। इस अर्थ में यह व्यापक एवं बहुआयामी संकल्पना है। इसमें कृषि एवं सहायक गतिविधियां, ग्रामीण एवं कुटीर उद्योग, शिल्पकारी, सामाजिक-आर्थिक अधोसंरचना, सामुदायिक सेवाएं एवं सुविधाएं और इन सभी से ऊपर ग्रामीण क्षेत्रों के मानव संसाधनों का विकास सम्मिलत है। एक तथ्य के रूप में ग्रामीण विकास विविध भौतिक, तकनीकी, आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक एवं संस्थागत कारकों के मध्य अन्तर्सबंधों का अन्तिम परिणाम है।”

Published

2012-2024

Issue

Section

Articles

How to Cite

ग्रामीण क्षेत्रों का आर्थिक विकास . (2024). Ajasraa ISSN 2278-3741 UGC CARE 1, 12(2), 249-252. https://doi.org/10.7492/p993ge42

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