पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में हिंदी: अतीत और वर्तमान
DOI:
https://doi.org/10.7492/wfdpy947Abstract
पूर्वोत्तर भारत में आठ राज्य शामिल हैं। सभी राज्यों की अपनी एक विशेषता है। यहाँ अनेकों जनजातीय और उप-जनजातीय निवास करती हैं। सभी जनजातियों की अपनी एक स्थानीय भाषा है जिसका प्रयोग वह आपसी वार्तालाप व कामकाजों में प्रयोग करते हैं।इसके अलावा इन आठ राज्यों में संपर्क भाषा के रूप में हिंदी का प्रयोग करते हैं।पूर्वोत्तर के सभी राज्यों में हिंदी बोली, समझी, पढ़ी और लिखी जाती है। सभी राज्य हिंदी भाषा के विकास के लिए हर संभव प्रयास कर रहें हैं।पूर्वोत्तर के सभी राज्यों मेंकुछ वर्ष पहले हिंदी का भविष्य खतरे में था, लेकिन समय के अनुसार इसमें काफी बदलाव आया और हिंदी का विकास हुआ। पूर्वोत्तर के राज्यों में पहले हिंदी की क्या स्थिति थी और अब कैसी है उसे शोध आलेख के माध्यम से आगे बताया गयाहै।