वर्तमान भारतीय राजनीतिक परिदृष्य में क्षेत्रवाद: एक विष्लेषात्मक अध्ययन

Authors

  • डाॅ. नरेन्द्र कुमार डाॅ. भावना Author

DOI:

https://doi.org/10.7492/j2wpcj16

Abstract

क्षेत्रवाद एक ऐसी राजनीतिक विचारधारा है जिसमें लोग राष्ट्रीय पहचान की अपेक्षा अपनी क्षेत्रीय पहचान को महत्त्व देते हैं अर्थात् किसी विषेष क्षेत्र के लोग अपनी भाषा, संस्कृति, इतिहास एवम् खान-पान के आधार पर समान पहचान को साझा करते हैं। क्षेत्रवाद तब समस्या का रूप ले लेता है जब किसी क्षेत्र या राज्य के हितों को सम्पूर्ण राष्ट्र के विरोध या किसी अन्य क्षेत्र के खिलाफ शत्रुतापूर्ण तरीके से लागू किया जाए।  भारत में क्षेत्रवाद देष की एकता को खण्डित करता है। अतः क्षेत्रवाद सामान्यतः नकारात्मक माना जाता है। मेरा शोध पत्र इसी बात को इंगित करता है कि क्षेत्रवाद भारतीय राजनीति का महत्त्वपूर्ण पहलू है, जिसे समझना और हल करना आवष्यक है ताकि क्षेत्रवाद को संतुलित किया जा सके और भारत की संघीय प्रणाली को ज्यादा मजबूत किया जा सके। 

 

Published

2012-2024

Issue

Section

Articles

How to Cite

वर्तमान भारतीय राजनीतिक परिदृष्य में क्षेत्रवाद: एक विष्लेषात्मक अध्ययन. (2025). Ajasraa ISSN 2278-3741 UGC CARE 1, 13(9), 279-288. https://doi.org/10.7492/j2wpcj16

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