ठुमरी गायन शैली की उत्पत्ति तथा विकास

Authors

  • डॉ0 अंजना रानी Author

DOI:

https://doi.org/10.7492/y6sgjq41

Abstract

भारतीय संगीत के इतिहास में गायन शैलियों का अपना एक विशेष महत्व रहा है। रूढ़िवादी बंधनों से मुक्त, लोकरुचियों की संवेदनाओं ने ठुमरी गायन को जन्म दिया। ठुमरी के जन्म के विषय में विद्वानों के विभिन्न मत रहे हैं पर निश्चित है कि ठुमरी, मध्यकालीन युग से संगीत में अपना स्थान बनाती आ रही है। आज हिंदुस्तानी संगीत की गायन शैलियों में ठुमरी गायकी एक विशेष विधा के रूप में अत्यंत लोकप्रिय हुई है।

Published

2012-2024

Issue

Section

Articles

How to Cite

ठुमरी गायन शैली की उत्पत्ति तथा विकास. (2025). Ajasraa ISSN 2278-3741 UGC CARE 1, 13(12), 304-307. https://doi.org/10.7492/y6sgjq41

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