ग्रामीण भारत एवं बुनियादी ढांचों का विकास

Authors

  • डाॅ0 रंजना नीलिमा कच्छप Author

DOI:

https://doi.org/10.7492/2x86nf91

Abstract

बुनियादी ढांचों के विकास से ग्रामीण क्षेत्रों की तस्वीरें बदलने लगी हैं। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से पहुंच विहीन स्थलों पर आसानी से पहुंचा जा सकता है। मनरेगा योजना से बेरोजगारी में कमी आयी है। स्वच्छ भारत अभियान से स्वास्थ्य में सुधार आया है। सूचना एवं संचार क्रांति से संपर्क आसान हो गया है। विद्युत कनेक्षन योजना से हर घर में बिजली तथा इसी तरह शासन की कई योजनाएं हैं, जिससे ग्रामीण अंचल में भी शहरों जैसी सुविधाएं मिलने लगी हैं। भारत की आर्थिक वृद्धि तथा संपूर्ण विकास में बुनियादी ढांचा क्षेत्र का महत्वपूर्ण योगदान है। जैसे-जैसे देष विकसित भारत बनने की ओर अग्रसर हो रहा है मजबूत बुनियादी ढांचों की आवष्यकता बढ़ती ही जा रही है। अपर्याप्त बुनियादी ढांचा विकास की राह में बड़ी बाधा है। सड़क, पुल, ऊर्जा, रेल, नेटवर्क, स्पेक्ट्रम और इसी तरह के अन्य इन्फ्रास्ट्रक्चर किसी अर्थव्यवस्था की बुनियादी जरूरतें हैं। इनसे व्यापार को गति मिलती है और अर्थव्यवस्था में स्थायित्व आता है। बेहतर बुनियादी ढांचे से उत्पादकता बढ़ती है, मांग को गति मिलती है, रोजगार सृजित होते हैं और निवेष आता है। इससे अर्थव्यवस्था विकसित होती है एवं विकास चक्र चलता रहता है। 

Published

2012-2024

Issue

Section

Articles

How to Cite

ग्रामीण भारत एवं बुनियादी ढांचों का विकास. (2025). Ajasraa ISSN 2278-3741 UGC CARE 1, 14(6), 135-140. https://doi.org/10.7492/2x86nf91

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