“अर्वाचीन दौर में जैन दर्शन की प्रासंगिकता : एक तर्कसंगत अवलोकन” (2024) Ajasraa ISSN 2278-3741 UGC CARE 1, 13(12), pp. 209–214. doi:10.7492/ntj4nc65.