शारीरिक शिक्षा में खेल का विशेष महŸव: एक अध्ययन
DOI:
https://doi.org/10.7492/vqcyz127Abstract
शारीरिक स्वास्थ्य का अच्छा होना मानसिक विकास के लिए आवश्यक नींव है। शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य तथा व्यक्तित्व आपस में जुड़े हुए हैं। शारीरिक स्वास्थ्य अच्छा होने पर निश्चित रूप से मानसिक स्वास्थ्य भी सबल होगा। इसमें से किसी एक के प्रभावित होने पर दूसरा उससे प्रभावित हुए बिना नही रह सकता, अतः आयुवृद्धि के साथ मानसिक स्वास्थ्य एवं व्यक्तित्व में परिवर्तन शारीरिक स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। ब्ींनींदए श्रंपद ंदक ैपदही (1984) ने सेवानिवृत्ति होने पर तथा परिवार के आकार का दिमागी स्वास्थ्य पर क्या असर पड़ता है, इसकी खोज की। इसका ये नतीजा पाया गया कि लंबे समय से सेवानिवृत्ति तथा मानसिक स्थिति का उल्टा संबंध है। कम समय से सेवानिवृत्ति लोगों तथा छोटे परिवार के लोगों की मानसिक अवस्था अच्छी थी। जबकि अधिक समय से सेवानिवृत्त लोग और छोटे परिवार के लोगों की मानसिक अवस्था अच्छी नहीं थी। इससे ये देखा गया कि लंबे समय से सेवानिवृत्त लोगों में दिमाग पर उल्टा असर पड़ता है। म्स.छंहहंत (1986) ने शारीरिक कवायदों का शरीर, दिमाग एवं व्यक्ति के भावों पर पड़ने वाले प्रभावों का अध्ययन किया। 25-65 वर्ष आयु समूह के 30 पुरूषों की शारीरिक जाँच, भावनात्मक संतुलन एवं मानसिक स्वास्थ्य का आंकलन करने पर यह निष्कर्ष निकाला गया कि शारीरिक स्वस्थता हमारी दिमागी स्वस्थता तथा भावनात्मक संतुलन से संबंधित है। साथ ही ये संबंध स्थायी हैं एवं शारीरिक कवायदों से प्रभावित हैं।